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अगरिया जोड़ो अभियान 2025 ज़िला अनूपपुर के ग्राम पयारी मे संपन्न हुआ ll

ज़िला अनूपपुर ब्लॉक पुष्पराजगढ़ के ग्राम पयारी मे अगरिया समाज जोड़ो अभियान कार्यक्रम सम्पन्न हुआ ll लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन के नेतृत्व मे दिनांक 15/06/2025 को ज़िला अनूपपुर ग्राम - पयारी ब्लॉक पुष्पराजगढ़ मे ज़िला स्तरीय अगरिया समाज जोड़ो अभियान कार्यक्रम सम्पन्न हुआ ll जहाँ लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन के संस्थापक श्री दशरथ प्रसाद अगरिया उपस्थित हुए ll

ज़िला सिंगरौली (म.प्र) मे दिनांक 23/03/2025 को अगरिया समाज जोड़ो अभियान कार्यक्रम संपन्न हुआ ll लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन

दिनांक 23/03/2025 को ज़िला सिंगरौली मध्यप्रदेश के ग्राम भड़सेरा मे लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन के मार्गदर्शन मे अगरिया समाज जोड़ो अभियान कार्यक्रम संपन्न हुआ ll कार्यक्रम की शुरुआत अगरिया जनजाति के इष्ट देव लोहासुर देवता के पूजन के साथ हुआ ll अगरिया जोड़ो अभियान कार्यक्रम ज़िला सिंगरौली के नोडल महोदय एवं आये सभी स्वजातीय बंधुओ एवं फाउंडेशन कार्यकर्ताओ का फूल माला पहना कर स्वागत किया गया ll कार्यक्रम मे फाउंडेशन के फाउंडर श्री दशरथ प्रसाद अगरिया पहुचे ll दशरथ प्रसाद अगरिया जी के द्वारा जिला सिंगरौली को सम्बोधित करते हुए बताया गया की अगरिया समाज जोड़ो अभियान कार्यक्रम का उद्देश्य सम्पूर्ण भारत अंतर्गत अगरिया जनजाति समाज को संगठित करना, अगरिया जनजाति समाज का संरक्षण, अगरिया आदिवासी समाज की संस्कृति (लौह अयस्क से लोहा का निर्माण पारम्परिक तकनीक से ) एवं फाउंडेशन द्वारा समाज के उत्थान विकास मे चलाये जा रहे गतिविधि से अवगत कराना एवं संगठन से समाज को जोड़ना है ll  बताया गया की अगरिया समाज जोड़ो अभियान कार्यक्रम का उद्देश्य लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन ...

सीधी ज़िला के अगरिया आदिवासी समाज के लोगो ने अगरिया समाज को विशेष पिछड़ी जनजाति (PVTG) मे शामिल किये जाने को लेकर राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग एवं माननीय राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन ज़िला कलेक्टर को सौपे

वर्तमान मे बिगत कई सालो से मध्यप्रदेश के अगरिया आदिवासी सामुदाय के लोग अपने अस्तित्व और अपने समाज को एक बेहतर सशक्त शिक्षित समाज बनाने के लिए काफी प्रयास कर रहे है ll अगरिया आदिवासी सामुदाय भारत के जाती के कालम क्रमांक 1 मे आता है ll यदि अगरिया जनजाति समाज का इतिहास देखा जाय तो अगरिया आदिवासी सामुदाय बहुत ही प्राचीन जनजाति समुदाय है ये समुदाय जंगलो पहाड़ो मे निवास करते थे जहाँ उन्होंने लौह अयस्क की पहचान किया और अपने पारम्परिक पद्धति तकनीक से लौह अयस्क को अपने परंपरागत भट्ठी मे गलाकार सर्वप्रथम लोहा बनाया ll लोहा बनाने की संस्कृति को जन्म को देने वाली जनजाति अगरिया जनजाति है ll ये समुदाय आज भी गाँव गाँव मे लोहा के औजार, क़ृषि उपयोगी सामग्री बनाकर जीवन यापन कर रहे है ll सीधी ज़िला के अगरिया समुदाय के लोग अमरशाह अगरिया, अजय अगरिया, राजकुमार अगरिया जी से बात करने पर बताया गया की ये समाज बहुत ही पिछड़ा समाज है इस समाज का रहन सहन बहुत ही पिछड़ा है, समाज मे शिक्षा का स्तर अति न्यून है, नौकरी नहीं है, समाज व्यावसायिक रूप से कमजोर है ll इस समाज को एक बेहतर सशक्त समाज बनाने क...

अगरिया जनजाति समाज को विशेष पिछड़ी जनजाति (PVTG) मे शामिल किये जाने को लेकर ज्ञापन सौपे शहडोल मे अगरिया समाज के कार्यकर्त्ता ll

शहडोल मध्यप्रदेश के ज़िला इकाई लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन के कार्यकर्त्ता  गनपत अगरिया और उनकी टीम ने अगरिया जनजाति समाज  के समस्याओ और पिछड़ेपन को ध्यान मे रखते हुए राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग एवं  माननीय प्रदान मंत्री जी नाम ज्ञापन सौपे ll  जनजाति समाज को विशेष पिछड़ी जनजाति समाज मे शामिल किये जाने  :-  को लेकर बताया गया की अगरिया जनजाति समाज आज के इस आधुनिक परिवेश मे सबसे पिछड़ा समाज है सरकार द्वारा जिन जनजाति समाज को विशेष पिछड़ी जनजाति समाज(PVGT) का दर्जा दिया गया है उन जनजाति समाज से भी अति पिछड़ा समाज अगरिया जनजाति समाज है, शिक्षा, व्यवसाय, नौकरी तथा सामाजिक रहन सहन मे अगरिया जनजाति समाज पिछड़ा समाज है ll आज इस अगरिया जनजाति समाज को भारत सरकार,राज्य सरकार के संरक्षण एवं आशीर्वाद की आवश्यकता है इस जनजाति समाज को जागरूक करने की आवश्यकता है ll अगरिया जनजाति समाज का मानना है की सरकार अगरिया जनजाति समाज का सर्वे ले (शिक्षा, व्यवसाय, नौकरी सामाजिक रहन सहन को आधार मानकर) उस स्थिति मे यदिllअगरिया समाज अन्य समाजो से पिछड़ा पाया जाता है...