विधायक पंडरिया को ज़िला इकाई कबीरधाम छ.ग की टीम ने ज्ञापन सौपा ll अगरिया जनजाति की समस्याओ को लेकर ll लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

अगरिया जोड़ो अभियान 2025 ज़िला अनूपपुर के ग्राम पयारी मे संपन्न हुआ ll

ज़िला अनूपपुर ब्लॉक पुष्पराजगढ़ के ग्राम पयारी मे अगरिया समाज जोड़ो अभियान कार्यक्रम सम्पन्न हुआ ll लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन के नेतृत्व मे दिनांक 15/06/2025 को ज़िला अनूपपुर ग्राम - पयारी ब्लॉक पुष्पराजगढ़ मे ज़िला स्तरीय अगरिया समाज जोड़ो अभियान कार्यक्रम सम्पन्न हुआ ll जहाँ लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन के संस्थापक श्री दशरथ प्रसाद अगरिया उपस्थित हुए ll

विधायक पंडरिया को ज़िला इकाई कबीरधाम छ.ग की टीम ने ज्ञापन सौपा ll अगरिया जनजाति की समस्याओ को लेकर ll लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन

आज दिनांक 05/01/2025 को ज़िला इकाई कबीरधाम छत्तीसगढ़ लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन की टीम ने ज़िला कबीरधाम छत्तीसगढ़ के ब्लॉक पंडरिया विद्यायक माननीय श्री मति भावना बोहरा जी को ज्ञापन सौपे अगरिया जनजाति की समस्याओ को लेकर ll 
अगरिया जनजाति समाज जो की आदिम काल की जनजाति जिनकी संस्कृति वास्तव मे आज किसी नाम, पहचान की मौताज नहीं है लेकिन ये इस समाज का दुर्भाग्य है की ये अगरिया जनजाति समाज आज सबसे पिछड़ा समाज है, समाज आज शिक्षा, व्यवसाय, नौकरी हर स्तर से पिछड़ा हुआ है ll अगरिया जनजाति समाज जिसकी संस्कृति लौह अयस्क से लोहा बनाना है ये वही जनजाति है जिसने लोहा बनाने की संस्कृति को जन्म दिया, सबसे पहले इस जनजाति ने जंगल मे रहते हुए लौह अयस्क (लौह पत्थर) को पहचाना और पारम्परिक तरीके से लोहा बनाया और इस देश दुनिया समाज को लोहा जैसे चमत्कारी धातु से अवगत करायाll आज अगरिया जनजाति समाज की संस्कृति को अपना कर कई बड़े बड़े कंपनी लोहा बना रहे है ll लेकिन इस लोहा बनाने की संस्कृति को जन्म देने वाली जनजाति अगरिया जनजाति ही है ll ऐसा वैज्ञानिक अगरिया जनजाति समाज जिसका इस देश समाज के विकास मे ऐसा योगदान है इसके बाद भी आज अगरिया जनजाति का कोई नाम पहचान नहीं है ll अगरिया समाज आज इस आधुनिक परिवेश मे भी पिछड़ा हुआ समाज है अपने नाम पहचान अस्तित्व के लिए, शिक्षा, संस्कृति संरक्षण के लिए लड़ाई लड़ रहा है ll आज इस जनजाति समाज की स्थिति को देखते हुए भारत सरकार, राज्य सरकार को अगरिया जनजाति समाज को विशेष पिछड़ी जनजाति मे शामिल करना चाहिए जिससे ये समाज भी अन्य समाजो की तरह सशक्त समाज हो सके जिसका नाम पहचान हो सके ll क्योंकि ये समाज एक वैज्ञानिक समाज है जिन्होंने लोहा सबसे पहले इस दुनिया मे बनाया ll इस जनजाति समाज के लोग जंगलो मे रहते थे जिससे इस  समाज का उतना विकास नहीं हो पाया लेकिन आज इस अगरिया जनजाति समाज के अस्तित्व एवं इसकी संस्कृति को जीवित रखने के लिए भारत सरकार, राज्य सरकार का साथ सहयोग अत्यंत आवश्यक है अन्यथा इस समाज की संस्कृति भी समाज के साथ विलोपित हो जाएगा ll उक्त समस्त बातो को रखते हुए लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन के कोर डायरेक्टर श्री अन्नू अगरिया जी एवं पूरी टीम ने माननीय विधायक महोदय श्री मति भावना बोहरा जी विधान सभा क्षेत्र पंडरिया को माननीय मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपे ll 
ज्ञापन का बिंदु रहा :- बिंदु क्रमांक 1- अगरिया जनजाति को विशेष पिछड़ी जनजाति मे शामिल किया जाना ll
बिंदु क्रमांक :- 2- अगरिया जनजाति समाज अपने संस्कृति (लौह अयस्क से लोहा बनाने की पारम्परिक कला) को प्रत्येक वर्ष 15 नवम्बर को अगरिया जनजाति गौरव दिवस के रूप मे मानते है जिसके लिए राज्य सरकार से प्रतिवर्ष 15 नवंबर को अगरिया जनजाति गौरव दिवस ऐछिक अवकाश घोषित किये जाने की मांग किये राज्य सरकार से ll
बिंदु क्रमांक :- 3- अगरिया जनजाति समाज के संरक्षण को लेकर ज्ञापन दिए ll क्योंकि कुछ लोहार समाज भी अपने आपको अगरिया संस्कृति से जोड़कर अगरिया समाज मे शामिल करने का मांग कर रहे है ll इसलिए अगरिया जनजाति के संरक्षण के लिए ज्ञापन सौपे माननीय मुख्यमंत्री जी के नाम ll
बिंदु क्रमांक :- 4- ज़िला कबीरधाम अंतर्गत ब्लॉक पंडरिया मे अगरिया जनजाति समाज के लिए शाशकीय भूमि आवंटित करते सामुदायिक भवन निर्माण करा कर समाज को उपलब्ध कराने हेतु ज्ञापन दिया गया माननीय विधायक महोदया को ll
उक्त समस्त ज्ञापन पर माननीय विधायक महोदय जी ने बहुत अच्छी बाते बोले उन्होंने कहा समस्त मांगो को सरकार तक पहुंचाया जाएगा और भवन निर्माण के लिए भी प्रयास किया जाएगा ll उन्होंने ये भी कहा की अगरिया जनजाति समाज के लिए आप लोग प्रयास करते रहे तभी सफल हो पाएंगे और समाज को जागरूक भी करते रहे ll
ज़िला से ज्ञापन सौपने के लिए अन्नू अगरिया जी कोर डायरेक्टर (लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन), गजपति अगरिया (कार्यवाहक जिलाध्यक्ष), मनोज अगरिया (नोडल) कार्यकर्ता), तिहारी अगरिया, बुधराम अगरिया उपस्थित होकर ज्ञापन सौपे ll

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