ज़िला बलरामपुर मे 5जून विश्व पर्यावरण दिवस पर जागेराम अगरिया जी द्वारा वृक्षारोपण अगरिया समाज संगठन भारत के मार्गदर्शन मेll सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

अगरिया जोड़ो अभियान 2025 ज़िला अनूपपुर के ग्राम पयारी मे संपन्न हुआ ll

ज़िला अनूपपुर ब्लॉक पुष्पराजगढ़ के ग्राम पयारी मे अगरिया समाज जोड़ो अभियान कार्यक्रम सम्पन्न हुआ ll लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन के नेतृत्व मे दिनांक 15/06/2025 को ज़िला अनूपपुर ग्राम - पयारी ब्लॉक पुष्पराजगढ़ मे ज़िला स्तरीय अगरिया समाज जोड़ो अभियान कार्यक्रम सम्पन्न हुआ ll जहाँ लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन के संस्थापक श्री दशरथ प्रसाद अगरिया उपस्थित हुए ll

ज़िला बलरामपुर मे 5जून विश्व पर्यावरण दिवस पर जागेराम अगरिया जी द्वारा वृक्षारोपण अगरिया समाज संगठन भारत के मार्गदर्शन मेll

राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ भारत के मार्गदर्शन पर 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस पर संगठन अंतर्गत सभी जिलों मे वृक्षारोपण का कार्यक्रम किया जाहा ज़िला बलरामपुर की ओर से श्री जागेराम अगरिया जी जो की संगठन के बहुत ही समर्पित कार्यकर्त्ता है ll और समाज को एक राष्ट्रीय पहचान दिलाने मे अच्छी सकारात्मक विचार रखने वाले है ll इनसे बात करने पर कहना है की समाज हमारा है हम इस समाज मे पैदा हुए तो इस समाज के लिए जिम्मेदारी लेना हमारा कर्तव्य है ll असल मे व्यक्ति तो वह है जो अपने लिए नहीं दुसरो के लिए जीता है और समाज को एक अच्छे दिशा मे लेकर जाता है ll सर का कहना है की संगठन को हमको मजबूत बनाना होगा इसको प्राथमिकता देना होगा तभी हमारा समाज आगे जायगा समाज मे विकास होगा, समाज मे शिक्षा होगा, यदि संगठन के माध्यम से हम जागरूकता नहीं लायेगे सभी एक साथ मिलकर, तो समाज हमारा विकास नहीं करेगा ll आज जो भी समाज के भईया बहिनी इधर उधर बिखरे है उनको एक साथ मिलकर कार्य करना होगा समाज को जागरूक करना होगा ll ज़ब समाज विकास करेगा तभी हमारे देश का विकास होगा ll देश के विकास मे समाज की अहम भूमिका होती है इसलिए अपने समाज को अच्छा संस्कारी शिक्षित समाज बनाने के लिए, आगे आना होगा ll
उन्होंने अगरिया जनजाति को लेकर कहा की आज अगरिया जनजाति के अस्तित्व लगातार खतरे मे है ll लोग अपने नाम के आगे अगरिया लिख नहीं रहे है यदि ऐसा ही चलता रहा तो समाज का अस्तित्व भी खतरे मे मे चला जायगा ll इस समाज मे कई समस्याएं है चाहे दस्तावेज की बात करें या, सर्टिफिकेट ll क्योंकि हमने कभी भी अपने समाज को वास्तविक रुप से सामने लाया ही नहीं हम कहते तो है की अगरिया है हम. लेकिन हमारा पहचान पत्र जिससे हमारी पहचान है उसमे अगरिया है ही नहीं ll तो मौखिक रुप से कैसे आप इस जनजाति के व्यक्ति के रुप मे जाने जा सकेंगे  उन्होंने कहा की सभी संगठन की विचार धारा का सम्मान करें एवं संगठित होकर संगठित समाज का निर्माण करें जिससे अगरिया जनजाति की पहचान स्थापित हो सके ll साथ मे उन्होंने कहा की अगरिया समाज संगठन सदैव देश हित एवं सार्वजानिक कार्य मे आगे है और रहेगा प्रति वर्ष संगठन द्वारा वृक्षारोपण होगा और हम सब मिलकर समाज को आगे लेकर जाने के लिए संगठित समाज का निर्माण करेंगे ll


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