ज़िला कोरिया छत्तीसगढ़ मे 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस पर वृक्षारोपण अगरिया समाज संगठन भारत के मार्गदर्शन पर सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

PVTG मे शामिल किये जाने को लेकर अनूपपुर के अगरिया समाज ने आवेदन दिया कलेक्टर कार्यालय मे ll

आज दिनांक 31/07/2025 को ज़िला अनूपपुर की ओर से फाउंडेशन के संस्थापक श्री दशरथ प्रसाद अगरिया एवं साथी मिलकर ज़िला कलेक्टर ऑफिस मे  माननीय राष्ट्रपति महोदया भारत, राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग मंत्रालय भारत सरकार, अनुसूचित जनजाति आयोग मध्यप्रदेश, प्रमुख सचिव मध्यप्रदेश शाशन आदिम जाती अनुसन्धान एवं विकास संस्थान मध्यप्रदेश एवं माननीय मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश के नाम ज्ञापन सौपे ll  ज्ञापन मे फाउंडेशन द्वारा मुख्यतः दो मांगो का उल्लेख किया गया है जिसमे से पहला :-  (1)ज्ञापन मे अगरिया जनजाति समाज की मांग अगरिया जनजाति समाज को विशेष पिछड़ी जनजाति (PVTG) मे शामिल किये जाने को लेकर रहा है ll अगरिया जनजाति समाज के लोगो का कहना है अगरिया जनजाति समाज शिक्षा, व्यवसाय, नौकरी एवं सामाजिक रहन सहन मे बहुत ज्यादा पिछड़ा समाज का इस समाज की स्थिति बहुत ही दयनीय है समाज मे ना तो लोग सरकारी नौकरी मे है, ना ही समाज मे शिक्षा है, ना ही समाज मे अच्छे व्यावसायिक है और ना ही इस समाज का सामाजिक रहन सहन बेहतर है ll मध्यप्रदेश मे आदिवासी समाज को यदि देखा जाए तो आज सभी समाज जिनको PVTG का दर्जा प...

ज़िला कोरिया छत्तीसगढ़ मे 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस पर वृक्षारोपण अगरिया समाज संगठन भारत के मार्गदर्शन पर

ज़िला -कोरिया छत्तीसगढ़ मे अगरिया समाज संगठन भारत के नेतृत्व मे वृक्षारोपण ll
साथियों आप सभी को विदित है की अगरिया समाज संगठन भारत की ओर से 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर अगरिया समाज द्वारा संगठन अंतर्गत सभी जिलों मे वृहद स्तर पर वृक्षारोपण का कार्यक्रम किया गया ll जिसमे से ज़िला कोरिया छत्तीसगढ़ मे भी वृक्षारोपण किया गया ll ज़िला कोरिया जिलाध्यक्ष श्री सुकुल नागवंशी जी एवं खड़गवा ब्लॉक अध्यक्ष श्री सुखित अगरिया जी, एवं अशोक अगरिया जी, इतवार अगरिया जी, रामलखन अगरिया, जागेराम अगरिया ,अर्जुन अगरिया जी, मीना अगरिया जी, सोहरी अगरिया जी, लक्ष्मी अगरिया जी सहित सभी ज़िला कोरिया वासियो ने सपरिवार बड़े धूम धाम से वृक्षारोपण किये ll बात करने पर बताया गया की अगरिया जनजाति है हम और आदिवासी प्रकृति प्रेमी तो होते है, हमारे पूर्वज जंगलो मे रहकर लकड़ियों पत्थरो से लोहा बनाते थे और अपना जीवन यापन करते थे आज भले ही अगरिया जनजाति को उस पहचान से वंचित किया गया हो लेकिन अगरिया आदिवासी प्रकृति पूजक है और रहेगा ll उन्होंने कहा की अगरिया समाज संगठन भारत की ओर से चलाया जा रहा ये वृक्षारोपण कार्यक्रम अत्यंत सराहनीय है हम सभी अगरिया समाज के लोग प्रति वर्ष वृक्षारोपण करेंगे एवं पर्यावरण संरक्षण मे अपना योगदान देंगे ll वृक्ष हमें ऑक्सीजन,फल, फूल, पुष्प, छाया, लकड़ी आवास और ना जाने कितने जरूरतों को पूरा करते है इसलिए हम सब अगरिया समाज के लोग पर्यावरण को संरक्षण मे आगे रहेंगे ll उन्होंने कहा की प्रत्येक व्यक्ति को वृक्षरोपण करना चाहिए क्योंकि ये एक राष्ट्रीय हित एवं सार्वजनिक कार्य है ll क्योंकि पर्यावरण सुरक्षित तो जीवन सुरक्षित ज़िला कोरिया छत्तीसगढ़ से लगभग -50-60 वृक्षारोपण ज़िला अंतर्गत सभी ब्लॉक मे  रहने वाले अगरिया समाज के व्यक्तियों द्वारा किया गया ll जो की अत्यंत सराहनीय रहा है ll
बताया गया की अगरिया समाज मे वृक्षारोपण कार्यक्रम वृहद स्तर पर प्रति वर्ष होगा ll


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