लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन के नेतृत्व मे ज़िला रायगढ़ के ग्राम - सराई पाली मे दिनांक - 20/04/2025 को अगरिया समाज जोड़ो अभियान कार्यक्रम सम्पन्न हुआ ll अगरिया समाज जोड़ो अभियान कार्यक्रम फाउंडेशन का एक बहुत ही अहम और मुख्य अभियान है जिसका उद्देश्य सम्पूर्ण भारत मे अगरिया जनजाति समाज को संगठित करना एवं समाज के सम्पूर्ण उत्थान एवं विकास मे फाउंडेशन द्वारा चलाये जा रहे मुहीम से अगरिया जनसमुदाय अवगत कराना है ll कार्यक्रम का आयोजन ज़िला इकाई रायगढ़ समिति ज़िलाध्यक्ष श्री उबरन अगरिया जी एवं पूरी ज़िला टीम के सफल प्रयास से संभव हुआ ll अगरिया जोड़ो अभियान कार्यक्रम सम्पूर्ण भारत मे प्रत्येक वर्ष माह - मार्च एवं अप्रैल मे पूरे भारत मे फाउंडेशन से जुड़े सभी जिलों मे आयोजित किये जाते है ll कार्यक्रम मे फाउंडेशन द्वारा समाज के उत्थान एवं विकास हेतु चलाये गतिविधियों को सम्पूर्ण अगरिया जनसमुदाय तक पहुंचाने हेतु एजेंडा का वाचन जिलों के लिए नियुक्त नोडल द्वारा किया जाता है ll नोडल जिलों जिलों मे जाकर फाउंडेशन द्वारा प्रदाय एजेंडा को विधिवत विश्लेषण करते हुए पढ़...
15 नवंबर को फाउंडेशन का चौथा स्थापना दिवस 2023 कहाँ और कैसे मनाया जाना है गाइडलाइन जारी लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन द्वारा ll
लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन का स्थापना दिवस कब और कैसे मनाया जाना है फाउंडेशन द्वारा गाइड लाइन जारी कर दी गयी है ll आपको बता दे लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन का (निर्माण )स्थापना दिनांक 15 नवंबर 2019 को हुआ था जिसका उद्देश्य अगरिया जनजाति समाज को संरक्षित करना संस्कृति को संरक्षित करना, संगठित समाज का निर्माण सम्पूर्ण भारत स्तर पर करना,शिक्षा, नशा मुक्ति, सहयोग, एवं अगरिया समाज के सम्पूर्ण उत्थान विकास को लेकर कई उद्देश्य के तहत फाउंडेशन कार्य कर रहा है ll उक्त कई वर्षो से फाउंडेशन लगातार अगरिया समाज के अस्तित्व की प्राप्ति हेतु प्रयास करता चला आ रहा है ll फाउंडेशन सफलता पूर्वक 3 वर्ष पूरा कर चुका ll अब आने वाले 15 नवंबर 2023 को संगठन का चौथा स्थापना दिवस मनाया जाना है जिसके सम्बन्ध मे संगठन ने गाइड लाइन जारी कर दिया है की कहाँ,कैसे, किस प्रकार फाउंडेशन का स्थापना दिवस मनाया जाना है ll फाउंडेशन मैनेजिंग डायरेक्टर दशरथ अगरिया द्वारा जानकारी दी गयी की फाउंडेशन के चौथे स्थापना दिवस जो 15 नवंबर 2023 को मनाया जाना है उसको अगरिया जनजाति के गौरव दिवस के रूप मे मनाय...