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संदेश

अगरिया जोड़ो अभियान 2025 ज़िला अनूपपुर के ग्राम पयारी मे संपन्न हुआ ll

ज़िला अनूपपुर ब्लॉक पुष्पराजगढ़ के ग्राम पयारी मे अगरिया समाज जोड़ो अभियान कार्यक्रम सम्पन्न हुआ ll लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन के नेतृत्व मे दिनांक 15/06/2025 को ज़िला अनूपपुर ग्राम - पयारी ब्लॉक पुष्पराजगढ़ मे ज़िला स्तरीय अगरिया समाज जोड़ो अभियान कार्यक्रम सम्पन्न हुआ ll जहाँ लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन के संस्थापक श्री दशरथ प्रसाद अगरिया उपस्थित हुए ll

अगरिया समाज मिलन समारोह भाग -2 एवं अगरिया समाज का का उत्थान विकास कैसे होगा ll

अगरिया समाज संगठन भारत द्वारा आयोजित अगरिया समाज का राष्ट्रीय महासम्मेलन 2022 कोतमा ज़िला अनूपपुर मध्यप्रदेश मे मनाया गया ll जहाँ भारत के कोने कोने से अगरिया समाज के कई राज्यों के स्वजातीय बंधु संगठन के पदाधिकारि, अध्यक्ष,, नोडल उपस्थित रहे है एवं संगठन की वीरांगना भारी संख्या मे उपस्थित रहे ll एक ऐतिहासिक पल था अगरिया जनजाति समाज के लिए ll साथियो आज समाज की आवश्यकता है की समाज संगठित हो, क्योंकि संगठित समाज से ही समाज मे विकास होगा और समाज की समस्याओ का समाधान होगा, समाज शिक्षित होगा ll साथियों आइये सभी मिल कर समाज को संगठित करें,और सम्पूर्ण भारत मे चाहे कोई भी ज़िला हो, राज्य हो, सभी जगह अगरिया समाज का एक बैनर राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ भारत का हो एवं एक लेटर पेड हो ll कुछ ऐसे सोच के साथ आइये मिलकर समाज मे उत्थान एवं विकास लाये ll जय अगरिया, जय भारत, वन्देमातरम #agariyasamajmilansamaroh2022 #संगठनकीबसएकहीआवाज़संगठितहोअगरियासमाज

राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ भारत का राष्ट्रीय महासम्मेलन संपन्न ll कोतमा ज़िला अनूपपुर मे

अगरिया समाज का राष्ट्रीय महासम्मेलन (अगरिया समाज मिलन समारोह) राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ भारत के नेतृत्व मे मध्यप्रदेश मे ज़िला अनूपपुर के कोतमा मे संपन्न हुआ ll जहाँ भारत के कोने कोने से अगरिया समाज के स्वजातीय बंधु / महिला शक्तियां उपस्थित रही है ll एवं संगठन के कोर मेंबर्स एवं पदाधिकारियों मे संगठन संचालक दशरथ अगरिया, अध्यक्ष रामखिलावन अगरिया, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी दादा दिलहरण अगरिया, श्री मति सोहरी अगरिया, लक्ष्मी अगरिया, संतरिया देवी अगरिया उपस्थित रहे है ll जहाँ समाज के उत्थान एवं विकास तथा समाज को संगठित करने के निम्न बिन्दुओ पर जोर दिया गया ll 1- अगरिया जनजाति को संगठित करना एवं सम्पूर्ण भारत अंतर्गत अगरिया समाज का एक मंच तैयार करना ll जिससे अगरिया समाज को विकास की मुख्य धारा से जोड़ा जा सके ll जिससे अगरिया अस्तित्व की प्राप्ति हो सके ll 2-अगरिया समाज की संस्कृति परम्परा रीति रीवाज को संरक्षित करना ll जो की अगरिया आदिवासी की मुख्य पहचान है ll 3- अगरिया जनजाति को विशेष जनजाति का दर्जा दिलाये जाने पर जोर दिया गया क्योंकि अगरिया जनजाति मे आज भी शिक्षा, नौकरी की दर बह...

gk generel knowladge

  सामान्य ज्ञान  1 - भारत की अंतरिम संसद में कितने सदस्य थे - उत्तर - 296  2 -किस अधिनियम में नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक नामक पद का सुझाव (वैधानिक दर्जा ) दिया गया था।  उत्तर -1919 के अधिनियम में  3 -भारत का राष्ट्रगान सर्वप्रथम कब और कहा गाया गया था।  उत्तर -27 दिसंबर 1911 को कलकत्ता में  4 -भारत के पहले राष्ट्रपति के रूप में डॉ राजेंद्र प्रसाद का चुनाव  किया गया था - उत्तर -संविधान द्वारा  5 -भारत की संविधान सभा गठित करने का आधार क्या था - उत्तर -कैबिनेट मिशन प्लान , 1946  6 -किस  अधिनियम के अंतर्गत भारतीय विधान परिषद् को बजट पर बहस करने की शक्ति प्राप्त हुई - उत्तर - भारतीय परिषद् अधिनियम ,, 1892  7 -भारतीय संविधान के किस अधिनियम ढांचे  को स्वीकार किया गया है - उत्तर - भारत शासन अधिनियम 1935  8 -संवैधानिक विकास ,  लोक सेवा विकास तथा संस्थाओ का विकास भारत में किसके शाशन काल  में हुआ।  उत्तर -ब्रिटिश शासन काल में  9 -रेग्युलेटिंग एक्ट कब पारित किया गया - उत्तर -वर्ष 1973 में  10 -संविध...

नागरिको के लिए मौलिक कर्तव्य क्या है

नागरिको के लिए मौलिक कर्तव्य क्या है - 1 -  संविधान का पालन करे और उसके आदर्शो ,संस्थाओ राष्ट्रध्वज और राष्ट्रगान का आदर करे।  २- स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आंदोलन को प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शो को ह्रदय में संजोय रखे और उसका पालन करे।  3 -भारत की सम्प्रभुता ,एकता और अखंडता की रक्षा करे और उसे अक्षुण बनाये रखे।  4 -देश की रक्षा करे और आह्वान किये जाने पर राष्ट्र की सेवा करे।  5 -भारत के सभी लोगो में समरसता और समान बंधुत्व की भावना का निर्माण करे।  6 -हमारी मिश्रित संस्कृति  की  गौरवशाली परंपरा का महत्त्व समझे और उसका परिक्षण करे।  7 -प्राकृतिक पर्यावरण की रक्षा और उसका संवर्धन करे।  8 -वैज्ञानिक दृष्टिकोण और ज्ञानार्जन की भावना का विकास करे।  9 -सार्वजानिक संपत्ति को सुरक्षित रखे और हिंसा से दूर रहे।  10 -व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रो में उत्कर्ष की  ओर बढ़ने सतत प्रयास करे।  11 -6 वर्ष की आयु से 14 वर्ष की आयु के बच्चो के माता - पिता और संरक्षक जो भी हो , उन्हें शिक्षा के अवसर प्रदान करे।...

ग्राम कालापारा ज़िला सरगुजा मे राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ भारत के नोडल एवं कोर मेंबर्स द्वारा अगरिया समाज की स्थानीय मीटिंग किया गया

आज 02/07/2022 को अगरिया समाज की छोटी सी स्थानीय मीटिंग ज़िला सरगुजा के ग्राम कालापारा मे हुआ ll जहाँ अगरिया समाज संगठन भारत की ओर से नियुक्त ज़िला सरगुजा के नोडल श्री जागेराम अगरिया जी कोरिया निवासी मौजूद रहे एवं साथ मे संगठन के कोर लीडर श्री सुबोध कुमार जी मौजूद रहे ll जहाँ स्थानीय लोगो को राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ भारत के उद्देश्य एवं एवं संगठन के बारे मे जानकारी दिया गया ll जागेराम अगरिया जो की सरगुजा ज़िला के नोडल है लगातार ज़िला सरगुजा मे अपने दायित्यो का निर्वाहन करते हुए लोगो से संपर्क करना एवं संगठन की विचार धाराओं से अवगत कराते रहते है ll जो की अनुकरणीय है ll संगठन की ऑनलाइन मीटिंग जो प्रत्येक शनिवार को होता है जिसके बारे मे जानकारी दिया गया जो नीचे उक्त विडिओ मे आप सुन पाएंगे ll जागेराम अगरिया जी संगठन के समस्त गतिविधियों को लगातार जन जन तक अपने आवंटित जिले सरगुजा मे पंहुचाने का प्रयास करते है ll जिससे अगरिया समाज संगठन का लक्ष्य मिशन 2025 यानि की एक संगठित समाज का निर्माण का लक्ष्य पूर्ण होगा ll वहा उपस्थित सभी समाज के स्वजातीय बंधुओ ने शनिवार को मीटिंग मे जुड़ने एव...

मध्यप्रदेश में कितनी जनजातियां निवास करती है

  मध्यप्रदेश में कितनी जनजातियां निवास करती है  लगभग 24 जनजातियाँ मध्यप्रदेश में निवास करती है। इनकी उपजातियो को मिलाकर इनकी कुल संख्या 90 है। मध्यप्रदेश में लगभग 1.53 करोड़ जनसँख्या इन जनजातियों की है। जो अब भी भारत की सर्वाधिक है। 

मध्य प्रदेश में अगरिया जनजाति एवं अगरिया जनजाति के बारे में जानकारी

  मध्य प्रदेश में अगरिया जनजाति एवं अगरिया जनजाति के बारे में जानकारी  1 -अगरिया जनजाति की मध्य प्रदेश में जनसँख्या-  मध्य प्रदेश में अगरिया जनजाति की जनसँख्या लगभग 41243 है जो प्रदेश की कुल जनसँख्या का 0.057  प्रतिशत है।   2 -अगरिया निवास क्षेत्र -अगरिया वैसे मध्यप्रदेश के कई जिलों में पाए जाते है पर मुख्यतः अधिक संख्या में अनूपपुर ,शहडोल उमरिया ,कटनी ,मंडला ,बालाघाट ,सीधी ,सिंगरौली में मुख्यतः पाए जाते है।  3 -अगरिया गोत्र -अगरिया जनजाति में कुल 89 गोत्र पाए जाते है। (सम्पूर्ण गोत्र की जानकारी के लिए यू ट्यूब पर अगरिया समाज संगठन भारत सर्च करे और विडिओ देखे )(विडिओ देखने के लिए लिंक पर क्लीक करे - https://youtu.be/D5RSMaLql1M   )जिनमे से कुछ  प्रमुख गोत्र है सोनवानी ,अहिंद ,धुर्वे ,मरकाम ,टेकाम ,चिरई ,नाग ,तिलाम ,उइके,बघेल  आदि है प्रत्येक गोत्र में टोटम पाए जाते है। एवं अगरिया जनजाति का प्रत्येक गोत्र प्राकृतिक से लिया गया है अर्थात पेड़ पौधे ,जीव जंतु से ही लिया गया है। उदाहरण के लिए जैसे बघेल गोत्र बाघ से लिया गया है।  4-...