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जनवरी, 2025 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

रायगढ़ छ. ग मे अगरिया समाज जोड़ो अभियान कार्यक्रम 2025 सम्पन्न हुआ ll लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन के नेतृत्व मे ll

लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन के नेतृत्व मे ज़िला रायगढ़ के ग्राम - सराई पाली मे दिनांक - 20/04/2025 को अगरिया समाज जोड़ो अभियान कार्यक्रम सम्पन्न हुआ ll अगरिया समाज जोड़ो अभियान कार्यक्रम फाउंडेशन का एक बहुत ही अहम और मुख्य अभियान है जिसका उद्देश्य सम्पूर्ण भारत मे अगरिया जनजाति समाज को संगठित करना एवं समाज के सम्पूर्ण उत्थान एवं विकास मे फाउंडेशन द्वारा चलाये जा रहे मुहीम से अगरिया जनसमुदाय अवगत कराना है ll  कार्यक्रम का आयोजन  ज़िला इकाई रायगढ़ समिति ज़िलाध्यक्ष श्री उबरन अगरिया जी एवं पूरी ज़िला टीम के सफल प्रयास से संभव हुआ ll  अगरिया जोड़ो अभियान कार्यक्रम सम्पूर्ण भारत मे प्रत्येक वर्ष माह - मार्च एवं अप्रैल मे पूरे भारत मे फाउंडेशन से जुड़े सभी जिलों मे आयोजित किये जाते है ll कार्यक्रम मे फाउंडेशन द्वारा समाज के उत्थान एवं विकास हेतु चलाये गतिविधियों को सम्पूर्ण अगरिया जनसमुदाय तक पहुंचाने हेतु एजेंडा का वाचन जिलों के लिए नियुक्त नोडल द्वारा किया जाता है ll नोडल जिलों जिलों मे जाकर फाउंडेशन द्वारा प्रदाय एजेंडा को विधिवत विश्लेषण करते हुए पढ़...

विधायक पंडरिया को ज़िला इकाई कबीरधाम छ.ग की टीम ने ज्ञापन सौपा ll अगरिया जनजाति की समस्याओ को लेकर ll लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन

आज दिनांक 05/01/2025 को ज़िला इकाई कबीरधाम छत्तीसगढ़ लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन की टीम ने ज़िला कबीरधाम छत्तीसगढ़ के ब्लॉक पंडरिया विद्यायक माननीय श्री मति भावना बोहरा जी को ज्ञापन सौपे  अगरिया जनजाति की समस्याओ को लेकर ll  अगरिया जनजाति समाज जो की आदिम काल की जनजाति जिनकी संस्कृति वास्तव मे आज किसी नाम, पहचान की मौताज नहीं है लेकिन ये इस समाज का दुर्भाग्य है की ये अगरिया जनजाति समाज आज सबसे पिछड़ा समाज है, समाज आज शिक्षा, व्यवसाय, नौकरी हर स्तर से पिछड़ा हुआ है ll अगरिया जनजाति समाज जिसकी संस्कृति लौह अयस्क से लोहा बनाना है ये वही जनजाति है जिसने लोहा बनाने की संस्कृति को जन्म दिया, सबसे पहले इस जनजाति ने जंगल मे रहते हुए लौह अयस्क (लौह पत्थर) को पहचाना और पारम्परिक तरीके से लोहा बनाया और इस देश दुनिया समाज को लोहा जैसे चमत्कारी धातु से अवगत करायाll आज अगरिया जनजाति समाज की संस्कृति को अपना कर कई बड़े बड़े कंपनी लोहा बना रहे है ll लेकिन इस लोहा बनाने की संस्कृति को जन्म देने वाली जनजाति अगरिया जनजाति ही है ll ऐसा वैज्ञानिक अगरिया जनजाति समाज जिसका इस देश समाज ...

अगरिया जनजाति को विशेष पिछड़ी जनजाति मे शामिल किये जान एवं भूमि आवंटन को लेकर ज़िला इकाई अनूपपुर की टीम ने सौपा ज्ञापन ज़िला कलेक्टर अनूपपुर को

आज दिनांक 02.01.2025 को अगरिया जनजाति को विशेष पिछड़ी जनजाति मे शामिल किये जाने एवं 15 नवंबर अगरिया जनजाति गौरव दिवस दिवस घोषित किये जाने को लेकर माननीय मुख्यमंत्री महोदय एवं अनुसूचित जनजाति आयोग आयोग मध्यप्रदेश के नाम ज़िला कलेक्टर अनूपपुर को लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन ज़िला इकाई अनूपपुर की ओर से ज्ञापन सौपा गया ll  ज्ञापन के दौरान जिला अनूपपुर कलेक्टर महोदय से अगरिया जनजाति के अस्तित्व एवं स्थिति को देखते हुए अगरिया जनजाति सामुदायिक भवन निर्माण के लिए भूमि आवंटन के लिए भी चर्चा किया गया एवं आवेदन भी दिया गया ll ज़िला इकाई अनूपपुर लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन के टीम के द्वारा माननीय कलेक्टर महोदय से यह भी चर्चा किया गया की अगरिया जनजाति आज शैक्षिक, व्यावसायिक एवं नौकरी मे हर स्तर से पिछड़ा हुआ है यदि भवन के लिए अगरिया समाज को भूमि आवंटित हो जाता है तो अगरिया समाज सामुदायिक भवन निर्माण करा कर अगरिया जनजाति भी अपने समाज के विकास के लिए समाज को जागरूक कर पायेगा जिससे अगरिया जनजाति भी अन्य समाज की तरह सशक्त और शिक्षित हो पायेगा ll उक्त चर्चा के...