मध्यप्रदेश में अगरिया जनजाति के अस्तित्व के बारे में जानकारी: 1. परिचय: अगरिया जनजाति भारत के पारंपरिक आदिवासी समुदायों में से एक है, जो मुख्यतः मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश और छत्तीसगढ़ में पाई जाती है। यह जनजाति ऐतिहासिक रूप से लोहा गलाने (Iron Smelting) की पारंपरिक कला के लिए जानी जाती है। 2. मध्यप्रदेश में उपस्थिति: अगरिया जनजाति मुख्य रूप से सिंगरौली, शहडोल, अनूपपुर, उमरिया और डिंडोरी जिलों में पाई जाती है। यह जनजाति विशेषकर वनवासी क्षेत्रों में रहती है और पारंपरिक जीवनशैली अपनाए हुए है। 3. पारंपरिक पहचान: अगरिया लोग पारंपरिक रूप से लोहे को गलाकर औजार, खेती के उपकरण और हथियार बनाते थे। यह कार्य वे कोठी भट्ठी और धौकनी की मदद से करते थे। इनकी यह पारंपरिक तकनीक पूरी तरह स्वदेशी और पर्यावरण के अनुकूल थी। 4. सामाजिक और आर्थिक स्थिति: आज अगरिया जनजाति आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़ी हुई मानी जाती है। इनकी पारंपरिक धंधा (लोहा गलाना) अब लगभग विलुप्त हो चुका है, क्योंकि आधुनिक तकनीक और औद्योगीकरण ने इसे प्रतिस्थापित कर दिया। आजकल यह समुदाय खेती, मजदूरी, वनोपज संग्रहण जैसे कार्यों मे...
अनूपपुर म.प्र के कोतमा ब्लॉक के गोडारू मे अगरिया समाज की बैठक संपन्न हुआ एवं पदाधिकारियों की नियुक्ति हुई ll राष्ट्रीय महासम्मेलन 2023 पर चर्चा हुआ
लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन के मार्गदर्शन जिला इकाई अनूपपुर के ब्लॉक कोतमा के ग्राम गोडारू मे दिनांक - 27/08/2023 को बैठक सम्पन्न हुआ ll जहाँ संगठन मैनेजिंग डायरेक्टर दशरथ अगरिया, जिलाध्यक्ष मायाराम अगरिया, ब्लॉक अध्यक्ष बाबूलाल अगरिया, कार्यकर्त्ता रामखेलावन अगरिया, रामविलास अगरिया,संतराम अगरिया सहित कई माताए बहने कार्यक्रम मे उपस्थित हुए ll कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य समाज को जागरूक करना संगठन से जोड़ना एवं समाज मे शिक्षा के प्रति बढ़ावा देना एवं राष्ट्रीय महासम्मेलन 2023 जो की कोतमा अनूपपुर मे संपन्न होना हैं अधिक से अधिक संख्या मे अपनी उपस्थिति देना रहा हैं ll बैठक मे ब्लॉक इकाई कोतमा हेतु पदाधिकारियों का चयन किया गया :-
1- बीरबल अगरिया गोडारू से कोतमा ब्लॉक कोषाध्यक्ष चयनित किये गए ll
2- सम्हारू अगरिया गोडारू से ब्लॉक संरक्षक चयनित किये गए ll
3- प्रीतम लाल अगरिया जी ब्लॉक उपसंरक्षक चयनित किये गए ll
उपरोक्त चयनित सभी पदाधिकारियों का तिलक वंदन करते हुए स्वागत किया गया ll सभी ने संगठन के साथ मिलकर समाज के लिए तन मन धन से निष्ठांपूर्वक कार्य करने को बोले एवं संगठन के सभी दिशा निर्देश का पालन करने को कहे ll
बैठक मे कई बिन्दुओ पर प्रकाश डाला गया जो निम्नानुसार हैं -
1- अगरिया जनजाति को संरक्षित करना इसके संस्कृति परम्परा रीति रीवाज को बचाना ll
2- समाज से रूढ़ी वादी विचार जो समाज के हित मे ना हो बंद करना जैसे समाज मे मांश मदिरा नशे का लेन देंन बंद करना ll
3- अगरिया जनजाति के वैज्ञानिक इतिहास को समाज के हर व्यक्ति बच्चों को बताना जिससे समाज मे बच्चे अपने समाज के प्रति गर्व कर सके ll
4- समाज मे धर्म परिवर्तन पर रोक लगाना ll धर्म परिवर्तन करने वालो को समाज मे आना जाना बंद करवाना तथा शादी व्याह हेतु बहन बेटियों का लेन देंन न करना तथा समाज से बाहर करना ll
5- समाज से सफी प्रथा को पूर्ण रूप से समाप्त करना ll सफी के स्थान पर आर्थिक रूप से स्वेछा नुसार परिवार को सहयोग प्रदान करना ll
6- समाज के हर कार्यक्रम मे बच्चों को शिक्षित करने पढ़ाने पर चर्चा करना एवं शिक्षा के लिए सहयोग प्रदान करना ऐसे समस्त संगठन के चलाए जा रहे समाज के हित मे सभी उद्देश्य पर चर्चा किया गया ll
कार्यक्रम के अंत मे राष्ट्रीय महासम्मेलन 2023 जो की कोतमा अनूपपुर मप्र मे संपन्न होना हैं सभी को आमंत्रण पत्र वितरण किया गया और अधिक से अधिक संख्या मे कार्यक्रम मे उपस्थित होने हेतु तथा प्रत्येक जिले से 5000/- की सहयोग राशि कार्यक्रम मे सहयोग हेतु देना हैं बताया गया सभी ने सहयोग करने को कहा एवं बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने की बात बोले ll
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